महासमुंद, दिनांक 26 नवंबर 2024 : (The Grand Leakage News). छत्तीसगढ़ प्रदेश के महासमुंद जिले में संविधान दिवस के अवसर पर जिले के बागबाहरा स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल शाला प्रांगण में विधिक जागरूकता शिविर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के द्वारा पूजन एवं दीप प्रज्वलित करके तथा छात्र-छात्राओं द्वारा भारत माता की स्तुति एवं मां सरस्वती की वंदना के साथ किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में व्यवहार न्यायालय बागबाहरा के न्यायाधीश अविनाश टोप्पो उपस्थित रहे। उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए महत्वपूर्ण विधिक जानकारियां देते हुए आम नागरिकों को भारतीय संविधान के द्वारा मिले हुए विभिन्न मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों के विषय में बताया उन्होंने कहा कि किस प्रकार से हम कानून की सहायता से अपने जीवन एवं संपत्ति की रक्षा कर सकते हैं, साथ ही अपने अधिकार और कर्तव्यों को जानकर हम समाज के अपराध को कम करने में सहायक हो सकते हैं। इन सब की जानकारी दी एवं छात्र-छात्राओं द्वारा पूछे गए प्रश्नों का भी बहुत सुंदर और सरल तरीके से उन्होंने उत्तर देखकर उनके संमस्याओं का समाधान किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में ट्रैफिक पुलिस से असिस्टेंट पुलिस महेंद्र दुबे जी के द्वारा यातायात के नियमों की जानकारी दी गई। शाला विकास समिति के अध्यक्ष द्रोण पटेल ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते संविधान दिवस कब और क्यों मनाया जाता है इसकी जानकारी दी एवं छात्रों को कड़ी मेहनत कर परीक्षा में उच्चतम अंक प्राप्त करके सफलता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शाला के प्राचार्य अंकित सर रहे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से हितेश दीवान जी अधिवक्ता सिमरन सलूजा, अधिवक्ता श्रीमती गिरिजा साहू, मनीष यादव, धनंजय पटेल जी तथा ग्रामवासी कलाराम साहू, बिसाहू बरिहा, सेवक राम ध्रुव,कार्तिक पटेल, कांतिबाई,लोचन साहु, कुमार ध्रुव,नीलकंठ मानिकपुरी, खेमराज साहू, केशव पटेल तथा गंगूराम साहू समित मिश्रा सहित विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षिकाएं धनेश्वरी चंद्राकर, भरत तंबोली अजय चंद्राकर , गायत्री पटेल, योगिता कुर्वंशी, सुनीता साहू मंजू नसीने, रमेश गिरी गोस्वामी, शैलेंद्री साहू, सुनीता बाई साहू, धर्मेंद्र साहू, घनश्याम साहू उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका श्रीमती यामिनी साहू के द्वारा किया गया। आभार प्रदर्शन शाला के प्राचार्य अंकित चंद्राकर सर जी द्वारा किया गया। शाला प्रबंधन विकास समिति द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी एवं न्याय की देवी की प्रतिमा प्रदत्त कर सभी अतिथियों का सम्मान किया गया।