BREAKING NEWS: छत्तीसगढ़ के पवित्र नगरी डोंगरगढ़ में चल रहा था योग के नाम पर पाखंड का खेल, नशे का सौदागर ढोंगी जटाधारी बाबा गिरफ्तार…
युवाओं को किया जा रहा था टारगेट, 2 किलो गांजा समेत आश्रम से नशे की अन्य सामग्रियां और सेक्स टॉयस एवं विभिन्न प्रकार की आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद...

संवाददाता, डोंगरगढ़/ राजनांदगांव, (The Grand Leakage News). छत्तीसगढ़ प्रदेश की पवित्र नगरी शक्ति पीठ माता बम्लेश्वरी मंदिर के समीप ही प्रज्ञागिरी पहाड़ी के पास एक सनसनीखेज और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां योग आश्रम के नाम पर युवाओं को नशे सहित अन्य गतिविधियों को अंजाम देने की इस घटना ने लोगों को हैरान कर दिया है। पुलिस ने आज योग आश्रम चलाने के नाम पर नशे का गोरखधंधा समेत अन्य अवैध कार्य कार्यों में संलिप्त बाबा तरुण अग्रवाल के आश्रम में छापामार कार्रवाई करते हुए जटाधारी ढोंगी बाबा को गिरफ्तार किया है।
आश्रम से पुलिस को छापे में क्या क्या सामग्रियां मिला…
पुलिस की कार्रवाई के दौरान आश्रम से 2 किलोग्राम गांजा, सेक्स टॉय, नशीली गोलियां, सिगरेट, वियाग्रा टैबलेट, इंजेक्शन सहित अन्य वस्तुएं बरामद किए गए हैं। इसके अतिरिक्त कुछ वीडियो उपकरण एवं विदेश से मंगाए गए अन्य संदिग्ध बॉक्स भी मिले हैं, जिनकी जांच साइबर सेल कर रही है। पुलिस के मुताबिक इस योग आश्रम को सर्वसुविधायुक्त बनाने का कार्य चल रहा था, जिसमें 20 से अधिक कमरों और बाथरूमों में टाइल्स, मार्बल लगाए गए थे। पुलिस की छापेमारी के बाद इस आश्रम को सील कर दिया गया है।
जानकारी मिली है कि यहां पर ढोंगी जटाधारी बाबा तरुण अग्रवाल उर्फ सोनू (45 वर्ष), योग आश्रम चलाने के नाम पर नशे का गोरखधंधा समेत अन्य अवैध गतिविधियां चलाने का खेल चला रहा था। स्थानीय व्यक्तियों से मिली जानकारी के अनुसार यहां पर योग आश्रम के नाम पर इस तरह का गोरख धंधा लगभग एक से डेढ़ साल से संचालित हो रहा है पूर्व में यहां फॉर्म हाउस था। इस योग आश्रम में युवाओं में लड़के लड़कियों समेत विदेशी लड़कियां भी यहां आती थीं।
तरुण अग्रवाल पिछले 20 वर्षों से गोवा में रह रहा था, जहां उसने विदेशी पर्यटकों को योग सिखाने के नाम पर एक नेटवर्क स्थापित किया था। उसने दावा किया कि वह 100 से अधिक देशों में घूम चुका है और एक अंतरराष्ट्रीय योग गुरु है। उसने 10 से अधिक गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) का डायरेक्टर होने और विदेशी फंडिंग प्राप्त करने का भी दावा किया। पुलिस अब उसके पासपोर्ट, बैंक खातों, और सोशल नेटवर्क की जांच कर रही है ताकि इन दावों की सत्यता का पता लगाया जा सके।
गोवा में भी चल रहा था योग आश्रम, यहां भी गोवा जैसा एक हेरिटेज योग सेंटर बनाने का किया जा रहा था दावा…
गिरफ्तार किए गए फर्जी ढोंगी जटाधारी यह बाबा तरुण अग्रवाल के पास विभिन्न देशों के योग प्रशिक्षण के प्रमाणपत्र भी मिले हैं। गोवा में उसकी कई संपत्तियां हैं, और डेढ़ साल पहले वह डोंगरगढ़ आया, जहां उसने जमीन खरीदी और एक फार्महाउस बनाया, जिसे वह आश्रम कहता था। उसका इरादा डोंगरगढ़ में गोवा जैसा एक हेरिटेज योग सेंटर स्थापित करने का था।
पुलिस के अनुसार तरुण ने योग सिखाने के बहाने युवाओं को निशाना बनाया जा रहा था। वहां इस योगा आश्रम में रात के समय युवाओं का जमावड़ा रहता था, और जब उसे नशा करने वाले युवा नहीं मिले, तो उसने गांजा रखना शुरू किया। पुलिस को लबे समय से आश्रम पर संदेह था। रात में गश्त के दौरान कई बार युवाओं को आते-जाते देखा गया था। वहां 24 जून को पुलिस ने छापा मारकर इस गतिविधि का पर्दाफाश किया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार तरुण अग्रवाल का परिवार डोंगरगढ़ का निवासी है और सेठ परिवार के नाम से जाना पहचाना जाता है। आश्रम का नाम सेठ श्री बालकिशन प्रसाद अग्रवाल मेमोरियल फाउंडेशन है, जिसे तरुण अग्रवाल ने डेढ़ वर्ष पूर्व 6 करोड़ रुपये में खरीदा था। यह आश्रम अभी निर्माणाधीन है। तरुण स्वयं को कथित योग गुरु के रूप में प्रस्तुत करता था।
एसडीओ आशीष कुंजाम ने बताया कि बरामद वस्तुओं की जांच चल रही है। साइबर सेल विदेशी बॉक्स और वीडियो उपकरणों की जांच कर रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि तरुण के एनजीओ और विदेशी फंडिंग के दावों में कितनी सच्चाई है। उसके बैंक खातों और संपत्तियों की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने डोंगी जटाधारी बाबा को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इस घटना से स्थानीय लोगों और साधु संतों में बड़ा आक्रोश है, और पाखंडी बाबा की खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग कर रहे है।